Friday, August 13, 2021

बगीचे में फूल के पौधे आस पास का वातावरन सुगन्धित हो देखने में भी बहुत अच्छा साथ में घर में पूजा पाठ के लिए फूल पत्ती बगीचे में से मिल जाते है

बगीचा बागवानी लगाने के फायदे 

बगीचा घर के आस पास लगाने के बहुत फायदे है। अक्सर लोगो के घर के आस पास बहुत सरे जगह होते है। जिनका उपयोग लोग करते है।  बगीचा बागवानी के लिए जिसमे लोग शाग सब्जी फल या फूल के पौधे लगाते है। 

बगीचे में फूल के पौधे लगाने से आस पास का वातावरन सुगन्धित हो जाता है। देखने में भी बहुत अच्छा लगता है। साथ में घर में पूजा पाठ के लिए फूल पत्ती बगीचे में से मिल जाते है।  ब्यक्ति के सोच समझ में ये होना ही चाहिए। बाग़ बगीचा अपने घर के आस पास लगाए। लोगो के घर के आस पास कुछ कुछ खली जगह होते ही है।  जीनका सदुपयोग होना ही चाहिए। बगीचा का महत्त्व तब बहुत होता है।  जब लोग सुबह शाम बगीचे में बैठते है। अपने जीवन का आनंद लेते है।  कुछ गहन विषय पर सोचने या कल्पन करने के लिए सुखमय वातावरण मिल जाता है। 

बगीचा में शाग सब्जी लगाने से घर के लिए  कभी कवाल शाग सब्जी मिल जाते है।  फल के पेड़ लगाने से जैसे केलाअमरूद, नाशपाती, सीताफल, अनार, आम, बेर अक्सर लोग अपने घर के आस पास लगते है। समय समय पर घर में फल की पूर्ति हो जाते है।  गर्मी के मौसम में पेड़ का छाया मिल जाता है।  सुहानी ठंडी हवा का मजा लेने के लिए  उपयुक्त वातावरण मिल जाता है 

बगीचा बागवानी के माध्यम से जीवन के शांति का रास्ता भी मिलता है।  मनुष्य जितना अपने समय का उपयोग सही ढंग से करेगा उतना ही उसके जीवन में एकाग्रता और शांति स्थापित होगा। इससे सबसे पहला  फायदा होगा की खली दिमाग शैतान का घर नहीं बनेगा। समय का सदुपयोग होगा। बचा हुआ सुबह शाम का समय बागवानी में बीतेगा

वातावरन में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में मिलेगा। आस पास का वातावरण सुख शांतिमय रहेगा। पर्यावरण के संरक्षण में बहुत बड़ा योगदान होगा। अपने देश के साथ साथ कई राष्ट्र पर्यावरण के संरक्षण पर ध्यान दे रहे है। 

उन्नति के लिए किसी ऐसे ब्यक्ति के ज्ञान का सहारा लिया व्यक्ति अपने कार्य क्षेत्र में विशेष अनुभव प्राप्त किया हो जीवन के विकाश के लिए प्रेरणादायक उद्धरण बनता है

प्रेरणादायक उद्धरण

जीवन में उन्नति के लिए किसी ऐसे ब्यक्ति के ज्ञान का सहारा लिया जाता है। जो व्यक्ति अपने कार्य क्षेत्र में विशेष अनुभव प्राप्त किया हो। जो सफल हो ऐसे व्यक्ति को अपने जीवन के विकाश के लिए प्रेरणादायक उद्धरण बनता है। जिनके अनुभव और ज्ञान को प्राप्त कर के अपने जीवन में कुछ नया आयाम दिया जाता है। अपने जीवन में उन्नति करने के लिए होता है। 

प्रेरणा सिर्फ प्रेरणादायक ज्ञान लेने से नहीं होता है। उनके काम करने की शैली, बात विचार के शैली, रहन सहन की शैली हर तरीके के ज्ञान को समझ कर आगे बढ़ते है। उनके अनुभव को अपने जीवन में स्थापित करते है। प्रेरणादायक उद्धरण होते है। स्कूल कॉलेज से सिर्फ ज्ञान ही मिलता है। ज्ञान को जीवन में स्थापित करने के लिए अनुभव की बहूत आवश्यकता होता है। जब तक किसी अनुभवी ब्यक्ति से नहीं मिलेंगे। तब तक ज्ञान का विकाश नहीं होगा। ज्ञान के अनुभव का विकाश जिस अनुभवी ब्यक्ति के माध्यम से होता है। प्रेरणादायक ब्यक्ति के प्रेरणादायक उद्धरण होता है। घर परिवार में माता पिता, दादा दादी के द्वारा दिया हुआ ज्ञान प्रेरणादायक उद्धरण होता है। सबसे पहले घर परिवार में माता पिता, दादा दादी से ज्ञान का पहला अनुभव प्राप्त होता है।

व्यक्तित्व प्रेरणा में मन विवेक बुद्धि सोच समझ सहज बोध एकाग्रता चिंतन मनन कल्पना सबका उन्नत होना जरूरी होता है

प्रेरणा


प्रेरणा स्त्रोत

जीवन के  उन्नति के पीछे किसी किसी का बहुत बड़ा हाथ होता है।  संघर्ष हर किसी के जीवम में होता ही है। सही दिशा दिखाने वाला ही प्रेरणा स्त्रोत के महत्त्व बनता है।  चाहे विद्यलय के पढाई लिखाई में किसी अच्छे अध्यापक का प्रेरणा स्त्रोत मिले। या किसी ऐसे गुरु का जो ज्ञान के माध्यम में प्रेरणा स्त्रोत बन जाए। किसी का प्रेरणा बहुत बड़ा ज्ञान देता है।  जिसके अपने जीवन में किसी से अच्छे जानकर से प्रेरणा मिलता है।  तो उससे अपना जीवन सफल हो जाता है


व्यक्तित्व प्रेरणा 

किसी भी ब्यक्ति का ज्ञान जन्म के साथ नहीं आता है।  जीवन के हर पहलू में ज्ञान हासिल करना ही पड़ता है।  जीवन में परिपक़्वता सिर्फ किताबी ज्ञान से नहीं मिलता है। किताबी ज्ञान के साथ मन, विवेक, बुद्धि, सोच, समझ, सहज बोध, एकाग्रता, चिंतन, मनन, कल्पना, सबका उन्नत होना जरूरी होता है।  जिस क्षेत्र से जो जुड़े होते है। उस क्षेत्र के दूसरे लोग जो अपने ब्यवसाय, कार्य क्षेत्र में जो सफल या बहुत सफल होते है।  उनसे भी ज्ञान लेना पड़ता है।  उनके कार्य क्षेत्र को समझा जाता है। उनसे मिलकर उनके ज्ञान और उपलब्धि को सुना और समझा जाता है।  उनके बात विचार को ज्ञान समझकर  प्रेरणा स्त्रोत मानकर आगे बढ़ा जाता है।  प्रेरणा स्त्रोत को सिर्फ ज्ञान ही नहीं समझा जाता है।  प्रेरणा स्त्रोत को आत्म मनन करके जीवन में स्थापित किया जाता है।  प्रेरणा स्त्रोत को महत्वपूर्ण ज्ञान समझकर अपने क्षेत्र में आगे बढ़ा जाता है। तब जीवन में सफलता प्राप्त करने का माध्यम प्रेरणा स्त्रोत होता है।

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